आख़िरकार यही हम यही खो गए, बिन फेरे हम तेरे जाने कब हो गए, अब तो वफ़ा-ए-इश्क का इज़ आख़िरकार यही हम यही खो गए, बिन फेरे हम तेरे जाने कब हो गए, अब तो वफ़ा-ए-इ...
आए खाली हाथ थे इस जहाँ में एक दिन, पाकर तेरी मोहब्बत खुद को ज़रदार^ कर दें तो। आए खाली हाथ थे इस जहाँ में एक दिन, पाकर तेरी मोहब्बत खुद को ज़रदार^ कर दें तो...
एक बहन में एक मां है एक भाई में एक पिता है। पुरुष के अंदर एक महिला होती है। एक बहन में एक मां है एक भाई में एक पिता है। पुरुष के अंदर एक महिला होती है...
तुम्हारी आँखों का स्पर्श लिपटता है मेरी देह से तुम्हारी आँखों का स्पर्श लिपटता है मेरी देह से
व्यक्ति की पहचान नाम से, आत्मा की पहचान ध्यान से होती है जैसे.. वैसे ही जीवन में मंज व्यक्ति की पहचान नाम से, आत्मा की पहचान ध्यान से होती है जैसे.. वैसे ही...
तुम रोज ना ऐसे मन के गांव को निचोड़ा करो, तुम रोज ना ऐसे मन के गांव को निचोड़ा करो,